सार्वजनिक कंपनी (Sarkari Company) कैसे खोलें?

सरकारी कंपनी (Sarkari Company) भारत सरकार के स्वामित्व में होने वाली कंपनी होती है। ऐसी कंपनियाँ सरकार द्वारा नियंत्रित की जाती हैं और इनका उद्देश्य सार्वजनिक हित में काम करना होता है। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (PSU) के रूप में जानी जाने वाली ये कंपनियां कई क्षेत्रों में कार्य करती हैं, जैसे ऊर्जा, परिवहन, बैंकिंग, दूरसंचार, और भी बहुत कुछ। सरकारी कंपनी खोलने का तरीका थोड़ा अलग होता है, और इसमें सरकार से संबंधित विभिन्न नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करना होता है।

सरकारी कंपनी खोलने की प्रक्रिया में निम्नलिखित कदम होते हैं:


1. सरकारी कंपनी के बारे में समझें

सरकारी कंपनी कंपनी अधिनियम 2013 के तहत एक Public Limited Company होती है, जिसमें सरकार का पूर्ण या आंशिक स्वामित्व होता है। यदि सरकारी कंपनी खोलने का विचार है, तो यह समझना जरूरी है कि कंपनी में सरकार का किस हद तक योगदान होगा।

  • सरकारी कंपनी: सरकार की हिस्सेदारी 51% या उससे अधिक होती है।
  • सरकारी उपक्रम: सरकारी कंपनी के कुछ हिस्से का मालिकाना हक सरकार के पास होता है, लेकिन बाकी हिस्सा निजी क्षेत्र के पास हो सकता है।

2. किस उद्देश्य से सरकारी कंपनी खोलनी है?

आपको सबसे पहले यह तय करना होगा कि आपकी कंपनी किस क्षेत्र में काम करेगी। यह सार्वजनिक सेवा, उपभोक्ता वस्त्र, इंफ्रास्ट्रक्चर, परिवहन, या बैंकिंग हो सकती है। सरकारी कंपनी स्थापित करने के लिए यह आवश्यक होता है कि यह कंपनी सार्वजनिक लाभ के उद्देश्य से हो।


3. कंपनी के लिए नीति और योजना तैयार करें

किसी भी सरकारी कंपनी के लिए, सरकार से अनुमोदन प्राप्त करने से पहले एक ठोस व्यावसायिक योजना (business plan) तैयार करनी होती है। इसमें निम्नलिखित बिंदु शामिल होने चाहिए:

  • कंपनी का उद्देश्य और क्षेत्र
  • निवेश और वित्तीय योजना
  • कर्मचारियों की संख्या और उनका वेतन
  • संचालन और प्रबंधन संरचना
  • योजना के अनुसार सरकार के निवेश की आवश्यकता

4. सरकार से अनुमोदन प्राप्त करें

किसी भी सरकारी कंपनी को खोलने के लिए सरकार से अनुमति लेना जरूरी होता है। इसके लिए निम्नलिखित तरीके से आवेदन किया जा सकता है:

  • आवेदन: सरकार को प्रस्ताव प्रस्तुत करें, जिसमें कंपनी के संचालन के उद्देश्यों और क्षेत्रों का विवरण हो।
  • अनुमोदन प्राप्त करें: सरकार की संबंधित मंत्रालय से स्वीकृति प्राप्त करें। इसके लिए एक विस्तृत प्रस्ताव और कार्य योजना आवश्यक होती है।
  • प्रारंभिक बैठक: वित्त मंत्रालय और अन्य संबंधित विभागों के साथ प्रारंभिक बैठकें आयोजित की जाती हैं, जहां कंपनी खोलने के उद्देश्य, संचालन, और निवेश के बारे में चर्चा होती है।

5. कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करें

एक बार सरकार से अनुमति मिल जाए, तो Registrar of Companies (ROC) के पास आवेदन करना होता है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण कदम होते हैं:

  • Memorandum of Association (MOA) और Articles of Association (AOA) तैयार करें।
  • SPICe (INC-32) फॉर्म के माध्यम से कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराएं।
  • सभी कानूनी दस्तावेज़ और प्रमाण पत्र जमा करें।

6. आवश्यक दस्तावेज़

आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता हो सकती है:

  1. पैन कार्ड (पानी के लिए और कंपनी के टैक्स रजिस्ट्रेशन के लिए)
  2. डीएससी (Digital Signature Certificate)
  3. आधार कार्ड (कंपनी के डायरेक्टर्स के लिए)
  4. कंपनी के लिए पते का प्रमाण
    • जैसे बिजली बिल, टेलीफोन बिल, किराए का अनुबंध, आदि।
  5. आवश्यक निवेश का प्रमाण
  6. Memorandum of Association (MOA) और Articles of Association (AOA)

7. संबंधित विभाग से रजिस्ट्रेशन करें

सरकारी कंपनी के रजिस्ट्रेशन के बाद आपको GST रजिस्ट्रेशन, PAN और TAN की आवश्यकता हो सकती है, ताकि आप सरकार से संबंधित कर और वित्तीय पहलुओं का पालन कर सकें।


8. अन्य कानूनी जिम्मेदारियां

  • ऑडिटिंग और निगरानी: सरकारी कंपनी के लिए नियमित रूप से वित्तीय ऑडिट और रिपोर्टिंग आवश्यक होती है।
  • रिटर्न दाखिल करना: आपको समय-समय पर आधिकारिक रिटर्न और अधिकार पत्र प्रस्तुत करना होता है।
  • समझौते और अनुबंध: सरकारी कंपनियों को सार्वजनिक सौदों के लिए अलग से शर्तें और अनुबंध तैयार करने होते हैं।

9. कंपनी के संचालन के लिए प्रमुख कदम

कंपनी रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको एक अच्छी टीम तैयार करनी होगी जो आपके व्यवसाय की योजना को लागू करेगी। इस टीम में विशेषज्ञ, वित्तीय अधिकारी, संचालन अधिकारी, और अन्य जिम्मेदार व्यक्ति हो सकते हैं।


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सरकारी कंपनी (Sarkari Company) खोलने की प्रक्रिया सरकारी अनुमोदन और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करती है। इसमें व्यवसायिक योजना, निवेश योजना, और विभिन्न सरकारी विभागों से स्वीकृति प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। सरकार द्वारा वित्तीय सहायता और सार्वजनिक हित में काम करने की जिम्मेदारी के साथ, ऐसी कंपनियाँ एक मजबूत और दीर्घकालिक उद्देश्य के लिए स्थापित की जाती हैं।

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