रेलवे ग्रुप D एक महत्वपूर्ण भर्ती परीक्षा है जो भारतीय रेलवे में विभिन्न पदों के लिए होती है। इस परीक्षा के माध्यम से चयनित उम्मीदवारों को भारतीय रेलवे के विभिन्न विभागों में काम करने का अवसर मिलता है।
रेलवे ग्रुप D में काम क्या क्या होता है?
रेलवे ग्रुप D के तहत विभिन्न पद होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख पदों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- गेटमैन (Gateman):
- गेटमैन का काम रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा बनाए रखना है। उन्हें ट्रेन के संचालन के समय गेटों को खोलना और बंद करना होता है।
- ट्रैक मेंटेनर (Track Maintainer):
- ट्रैक मेंटेनर का काम रेलवे ट्रैक की देखभाल करना होता है। इसमें ट्रैक की मरम्मत, सफाई, और उसकी स्थिति की जांच करना शामिल है।
- एल्क्ट्रिकल/मैकेनिकल हेल्पर (Electrical/Mechanical Helper):
- रेलवे के इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल विभाग में काम करने वाले हेल्पर्स का काम संबंधित उपकरणों, ट्रेनों और अन्य मैकेनिकल व इलेक्ट्रिकल कार्यों की देखभाल करना होता है।
- सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन (Signal and Telecommunication):
- इस पद पर काम करने वालों को रेलवे सिग्नल प्रणाली की देखभाल करनी होती है, जिससे ट्रेन की सही दिशा और गति सुनिश्चित की जा सके।
- कुक, स्वीपर, और अन्य सहायक (Cook, Sweeper, and Other Helpers):
- रेलवे के कैंटीन में खाना बनाने, सफाई करने और अन्य सहायक कार्यों के लिए यह पद होते हैं।
- प्रचार और व्यवस्था कर्मचारी (Commercial and Ticketing Assistant):
- टिकटों की बिक्री, यात्रियों की सहायता और स्टेशन पर अन्य प्रचार संबंधित कार्य इस पद के अंतर्गत आते हैं।
रेलवे ग्रुप D के लिए चयन प्रक्रिया:
रेलवे ग्रुप D में चयन की प्रक्रिया चार मुख्य चरणों में होती है:
- आवेदन (Application):
- उम्मीदवारों को रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है। यहां ऑनलाइन आवेदन फार्म भरना होता है और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ अपलोड करना होता है।
- पहली परीक्षा (Computer Based Test – CBT):
- आवेदन पत्र स्वीकार होने के बाद, सभी योग्य उम्मीदवारों को CBT (कंप्यूटर आधारित परीक्षा) देनी होती है। इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान, गणित, सामान्य विज्ञान और सामान्य हिंदी/अंग्रेजी के सवाल पूछे जाते हैं।
- फिजिकल एफिशियंसी टेस्ट (Physical Efficiency Test – PET):
- इस चरण में उम्मीदवार की शारीरिक क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इसमें दौड़ने, वजन उठाने और अन्य शारीरिक कार्यों को पूरा करने का परीक्षण होता है।
- पुरुष उम्मीदवारों के लिए: 35 किलोमीटर दौड़ 1 घंटे में।
- महिला उम्मीदवारों के लिए: 20 किलोमीटर दौड़ 35 मिनट में।
- पेट परीक्षण के लिए शारीरिक मानदंड अलग-अलग हो सकते हैं, इसलिए रेलवे भर्ती बोर्ड की आधिकारिक सूचना को चेक करना महत्वपूर्ण है।
- इस चरण में उम्मीदवार की शारीरिक क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इसमें दौड़ने, वजन उठाने और अन्य शारीरिक कार्यों को पूरा करने का परीक्षण होता है।
- मेडिकल परीक्षा (Medical Examination):
- उम्मीदवारों को मेडिकल परीक्षा पास करनी होती है, जिसमें उनका शारीरिक स्वास्थ्य, दृष्टि और अन्य शारीरिक मानदंडों का परीक्षण किया जाता है।
- फाइनल मेरिट लिस्ट (Final Merit List):
- सभी चयनित उम्मीदवारों को CBT, PET, और मेडिकल परीक्षण के अंकों के आधार पर एक फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। इसके बाद, उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाती है।
रेलवे ग्रुप D के लिए पात्रता शर्तें:
- शैक्षिक योग्यता:
- उम्मीदवारों को 10वीं पास होना चाहिए और साथ ही ITI (Industrial Training Institute) से संबंधित ट्रेड में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट होना चाहिए (कुछ पदों के लिए)। या फिर उम्मीदवार 12वीं पास भी हो सकते हैं।
- आयु सीमा:
- पुरुष और महिला उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा सामान्य रूप से 18 से 33 वर्ष के बीच होती है।
- आयु में छूट आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के लिए प्रदान की जाती है।
- शारीरिक मानदंड:
- शारीरिक क्षमता का परीक्षण पास करना आवश्यक है, जिसमें पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग मानदंड होते हैं।
रेलवे ग्रुप D के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज़:
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- पैन कार्ड (Pan Card)
- शैक्षिक प्रमाण पत्र (Educational Certificates)
- जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
- पता प्रमाण पत्र (Address Proof)
- कास्ट प्रमाण पत्र (Cast Certificate) (यदि लागू हो)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Sized Photograph)
- वोटर ID या अन्य पहचान पत्र (Voter ID or other Identity Proof)
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रेलवे ग्रुप D एक बहुत अच्छा करियर विकल्प है, जिसमें शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की मेहनत की आवश्यकता होती है। यदि आप संपूर्ण शारीरिक और मानसिक रूप से फिट हैं और रेलवे क्षेत्र में काम करने का इच्छुक हैं, तो यह परीक्षा आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकती है। परीक्षा की तैयारी के लिए सही मार्गदर्शन, समय प्रबंधन और शारीरिक परीक्षण के लिए तैयार रहना आवश्यक है।