एयरपोर्ट खोलने का विचार बहुत बड़ा और जटिल होता है, क्योंकि इसमें बहुत सारे कानूनी, प्रशासनिक, वित्तीय और तकनीकी पहलू शामिल होते हैं। भारत में एयरपोर्ट खोलने के लिए आपको कई प्रकार की अनुमतियां और विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। अगर आप एयरपोर्ट खोलने की सोच रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
एयरपोर्ट खोलने के लिए जरूरी शर्तें और प्रक्रिया:
- स्थान का चयन (Selection of Location):
- सबसे पहले आपको एयरपोर्ट के लिए एक उपयुक्त स्थान का चयन करना होगा। यह स्थान किसी शहर के पास होना चाहिए, जहां यात्री यातायात अधिक हो। इसके लिए राज्य सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अनुमति प्राप्त करनी होती है।
- स्थान को लेकर कुछ प्राथमिकताएँ होती हैं, जैसे:
- जमीन का आकार (कम से कम 2000-3000 एकड़)
- सुरक्षा कारणों से महत्वपूर्ण इलाकों से दूर होना चाहिए
- जलवायु और मौसम परिस्थितियाँ: इनकी भी जांच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हवाई यात्रा के लिए मौसम अनुकूल है।
- सरकारी अनुमति और लाइसेंस:
- भारत में नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) एयरपोर्ट निर्माण के लिए लाइसेंस और अनुमतियां प्रदान करता है।
- इसके लिए आपको एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) से मार्गदर्शन प्राप्त करना होता है।
- परिवहन मंत्रालय और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों से भी आपको अनुमतियां मिलनी चाहिए। इस प्रक्रिया में पर्यावरण मंजूरी, भूमि उपयोग मंजूरी, और नागरिक सुरक्षा के उपाय की आवश्यकता होती है।
- आवश्यक जमीन (Land Requirement):
- एयरपोर्ट के लिए एक बड़ी भूमि की आवश्यकता होती है, क्योंकि रनवे, टर्मिनल भवन, पार्किंग, ट्रैफिक कंट्रोल, कार्गो और अन्य सुविधाओं के लिए काफी जगह चाहिए।
- रनवे का आकार: रनवे की लंबाई और चौड़ाई विमान के प्रकार और इसके द्वारा उपयोग किए जाने वाले मार्ग पर निर्भर करती है। सामान्यतः यह 2500 मीटर से 4000 मीटर लंबा हो सकता है।
- वित्तीय निवेश (Financial Investment):
- एयरपोर्ट खोलने के लिए बहुत बड़ी रकम की आवश्यकता होती है। इसमें भूमि की खरीद, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण, उपकरण, सुरक्षा उपाय, कर्मचारियों की भर्ती आदि शामिल होते हैं।
- निजी और सरकारी निवेश: इस प्रकार के बड़े प्रोजेक्ट्स में आमतौर पर निजी कंपनियां और सरकार मिलकर निवेश करती हैं। यदि आप एक निजी एयरपोर्ट खोलने की योजना बना रहे हैं तो आपको बैंक लोन या वित्तीय संस्थानों से निवेश की आवश्यकता हो सकती है।
- एयरपोर्ट डिजाइन और निर्माण (Airport Design and Construction):
- एयरपोर्ट के निर्माण में सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल वर्क, नौसैनिक और हवाई सुरक्षात्मक ढांचा, संचार व्यवस्था जैसी चीजें शामिल होती हैं।
- एयरपोर्ट का डिजाइन बहुत जटिल होता है और इसे बनाने के लिए एक अनुभवी एयरपोर्ट कंसल्टिंग फर्म या निर्माण कंपनी की आवश्यकता होती है।
- सुरक्षा और सुरक्षा उपाय (Security and Safety Measures):
- एयरपोर्ट खोलने के लिए सुरक्षा के उपाय सबसे महत्वपूर्ण हैं। आपको एयरपोर्ट पर CISF (Central Industrial Security Force) या अन्य सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षा प्रदान करनी होगी।
- इसके साथ ही लाइफ सपोर्ट सिस्टम, अग्नि सुरक्षा उपाय और आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना तैयार करना होता है।
- सुविधाएं और सेवा (Facilities and Services):
- एयरपोर्ट पर विभिन्न प्रकार की सुविधाएं होना जरूरी है, जैसे:
- टर्मिनल बिल्डिंग: यात्री और सामान के लिए।
- रनवे: विमान की लैंडिंग और टेक-ऑफ के लिए।
- पार्किंग और लैंडिंग एरिया: एयरलाइन कंपनियों के विमानों के लिए।
- कस्टम और इमिग्रेशन: अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए।
- क्लीनिंग और कंफर्टेबल सुविधा: यात्रियों की सहूलियत के लिए।
- एयरपोर्ट पर विभिन्न प्रकार की सुविधाएं होना जरूरी है, जैसे:
- एयरलाइंस कंपनियों के साथ संपर्क (Tie-up with Airlines):
- एयरलाइंस कंपनियों के साथ संपर्क स्थापित करना आवश्यक होता है ताकि वे आपके एयरपोर्ट से उड़ान भर सकें। इसके लिए आपको एयरलाइंस के साथ टर्मिनल शुल्क, लैंडिंग शुल्क और सुरक्षा शुल्क पर सहमति करनी होती है।
- आपको एयरलाइंस से वाणिज्यिक समझौते भी करने होते हैं।
- एयरपोर्ट संचालन और प्रबंधन (Airport Operation and Management):
- एक बार एयरपोर्ट का निर्माण पूरा हो जाए, तब इसके संचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी एयरपोर्ट प्रशासन के पास होती है। इसमें:
- टर्मिनल संचालन
- विमान पार्किंग
- यात्रियों की सुरक्षा और सेवा
- टिकटिंग और अन्य सेवाएं
- एयरपोर्ट प्राधिकरण (Airport Authority) को संचालित और प्रबंधित करने के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता होगी।
- एक बार एयरपोर्ट का निर्माण पूरा हो जाए, तब इसके संचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी एयरपोर्ट प्रशासन के पास होती है। इसमें:
- वाणिज्यिक गतिविधियाँ (Commercial Activities):
- एयरपोर्ट में कर्मचारी, रेस्तरां, शॉप्स, कस्टम क्लियरेंस जैसी अन्य वाणिज्यिक गतिविधियाँ भी होती हैं जो राजस्व उत्पन्न करती हैं।
- एयरपोर्ट के भीतर एक बड़ा टर्मिनल एरिया और कॉमर्शियल रेंटल स्पेस विकसित करना होता है।
आवश्यक दस्तावेज़:
- भूमि दस्तावेज़ (Land Documents)
- पर्यावरण मंजूरी (Environmental Clearance)
- सुरक्षा योजना (Security Plan)
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय से लाइसेंस (License from Ministry of Civil Aviation)
- वित्तीय दस्तावेज़ (Financial Documents)
- सुरक्षा और आपातकालीन उपायों के प्रमाणपत्र (Security & Emergency Procedures Certificate)
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एयरपोर्ट खोलना एक जटिल और पूंजी-प्रधान प्रक्रिया है। इसके लिए आपको सही योजना, बड़ा वित्तीय निवेश, आवश्यक अनुमतियाँ, और अच्छी तरह से तैयार किया गया इन्फ्रास्ट्रक्चर चाहिए। यह एक लंबी और कठिन प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन अगर सही तरीके से किया जाए, तो यह एक सफल और लाभकारी व्यवसाय हो सकता है।